शारदीय नवरात्रि द्वितीया आज, जानें पूजा-विधि

आज के दिन माँ ब्रह्मचारिणी की पूजा होती है। माँ भगवती का द्वितीय रूप माँ ब्रह्मचारिणी का है। तप का आचरण करने वाली माँ भगवती को ब्रह्मचारिणी कहा जाता है अर्थात ब्रह्मस्वरूप की प्राप्ति कराना जिनका स्वभाव हो वे ब्रह्मचारिणी हैं। माँ ब्रह्मचारिणी का स्वरुप ज्योतिर्मय और अत्यंत भव्य माना गया है। इनके दाहिने हाथ में माला और बाएं हाथ में कमण्डल है। इन्हें भोग में शक्कर सर्वाधिक प्रिय माना जाता है। इनकी सेवा व पूजन करने से स्वाधिष्ठान चक्र जाग्रत होता है। 



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जैसा की हम जानते हैं कि यह दिन माँ ब्रह्मचारिणी को समर्पित है। ऐसी मान्यता है कि माँ शैलपुत्री ने ब्रह्मचारिणी के मन में शिव के लिए प्रेम जगाया था। दुर्गा के इस रूप की पूजा ख़ास तौर पर योगी और साधक अपनी साधना को सफल बनाने के लिए करते हैं।

माँ ब्रह्मचारिणी मंगल ग्रह पर राज करती हैं, जो जीवन में भाग्य बनाने वाली एवं धन दायिनी हैं। एस्ट्रोसेज ने अपने यूज़र्स के लिए एक जबरदस्त एक्सक्लूसिव सेल’ को लॉन्च किया है जिसके तहत वे इस नवरात्रि में हमारे आकर्षक उत्पाद पा सकते हैं। नवरात्रि के दूसरे दिन इन उत्पादों का प्रयोग कर आप माँ ब्रह्मचारिणी का आशीर्वाद पा सकेंगे और मंगल ग्रह के सभी नकारात्मक प्रभाव दूर कर सकेंगे।



हमें आशा है कि आपको माँ ब्रह्मचारिणी की कृपा अवश्य प्राप्त होगी और आपकी ज़िन्दगी में ख़ुशहाली आएगी।

आप सभी को एस्ट्रोसेज की ओर से नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएँ।

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