नरक चतुर्दशी 2016- अभ्यंग स्नान मुहूर्त

नरक चतुर्दशी अथवा नरक चौदस अक्टूबर 29, 2016 को मनायी जा रही है। यह दिन भगवान हनुमान जी को प्रसन्न करने तथा समाज में हीन भावना को समाप्त करने करने के लिए शुभ माना जाता है। इसी दिन भगवान श्रीकृष्ण जी की दूसरी पत्नी सत्यभामा ने नरकासुर राक्षस का वध किया था। आज का दिन अभ्यंग स्नान के लिए भी काफ़ी महत्वपूर्ण है।



नरक चतुर्दशी 2016


यह पर्व धनतेरस के एक दिन बाद और दिवाली से ठीक पहले मनाया जाता है। हिन्दू मान्यता के अनुसार, नरक चतुर्दशी का पर्व हमारे अंदर की सभी बुराइयों को दूर करता है। आज ही के दिन भगवान श्रीकृष्ण और उनकी पत्नी सत्यभामा साथ मिलकर नरकासुर नामक राक्षस का वध किया था। इस राक्षस के अत्याचारों से लोग बेहद परेशान थे। यह त्यौहार कार्तिक अमावश्या और दिवाली से एक दिन पहले मनाया जाता है, इसलिए इसे छोटी दिवाली के नाम से भी जाना जाता है। नरक चौदस हमारे सारे दोषों और बुराइयों को दूर कर अच्छाई के रास्ते पर चलकर ख़ुशियाँ मनाने का त्यौहार है।

नरक चतुर्दशी पर अभ्यंग स्नान का मुहूर्त: 05:06am - 06:31am.(नई दिल्ली)

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अभ्यंग स्नान


नरक चतुर्दशी के शुभ अवसर पर अभ्यंग स्नान करने की परंपरा है। इस दिन पवित्र जल से स्नान करना बहुत ही शुभ माना जाता है। देवी/देवताओं की पूजा-अर्चना करने से पहले तेल, जड़ी-बूटियों तथा अन्य औषधियों से निर्मित उबटन बनाएँ। फिर इससे पवित्र जल में स्नान करें। इस स्नान से हमारे सारे पाप धुल जाते हैं। अभ्यंग स्नान चतुर्दशी तिथि के दिन चंद्रोदय के दौरान और सूर्योदय से पहले करना चाहिए। नरक चतुर्दशी के दिन ज़रुरतमंद और भूखे लोगों को खाना एवं मिष्ठान खिलाएँ। 

आशा करते हैं कि इस पावन पर्व पर माँ लक्ष्मी आपके घर ख़ुशहाली और समृद्धि लाए।

इस दिवाली को यादगाए और ख़ास बनाने के लिए डाउनलोड करें: दिवाली बधाई संदेश

एस्ट्रोसेज़ की ओर से आपको नरक चतुर्दशी 2016 की हार्दिक शुभकामनाएँ।

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