बुध का तुला राशि में गोचर (21 सितम्बर 2014) - क्या यह बुध गोचर आपके जीवन को शुभता से भरेगा?

कल यानि सितम्बर 21, 2014 के दिन बुध ग्रह तुला राशि में प्रवेश कर रहा है। यह गोचर सभी राशियों को किसी न किसी तरीके से प्रभावित करेगा। क्या यह गोचर आपको शुभता से भरी नयी ऊचाइयों पर लेजाएगा या अशुभता से आपका सामना करवाएगा? यह जानने के लिए ‘रेखा कल्पदेव’ द्वारा लिखा गया यह लेख पढ़ें। 



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सितम्बर 21, 2014 को बुध अपना घर (स्वराशि कन्या) छोड़कर अपने मित्र शुक्र की तुला राशि में जा रहे हैं। एक मित्र का दूसरे मित्र के यहाँ जाना आपको किस प्रकार के फल दे सकता है? अगर आपको यह पहले ही बता दिया जाए तो निश्चित रूप से जीवन की गतिविधियों को सहज करने में मदद मिल सकती है।

प्रत्येक ग्रहों की तरह ही बुध के इस राशि परिवर्तन का भिन्न - भिन्न राशियों पर भिन्न - भिन्न प्रभाव पड़ेगा। बुध का वास्तविक स्वभाव शुभता भरा है तथा बुद्धि से सम्बंधित है, साथ ही यह चर्म रोग तथा पित्त दोष का कारक भी है, अतः जन्म के समय की स्थिति तथा आपकी कुंडली में तुला राशि के स्थान के अनुसार इसका परिणाम शुभ-अशुभ हो सकता है।

इस गोचर के प्रभावों को विस्तार से पढ़ने के लिए आगे दिए गए लिंक पर क्लिक करें: बुध का तुला राशि में गोचर (21 सितम्बर 2014)


आज का पर्व!

आज श्राद्ध पक्ष का बारहवाँ दिन है। इस दिन को ‘द्वादशी श्राद्ध’ भी कहा जाता है। जिन पूर्वजों की मृत्यु द्वादशी तिथि को हुई हो, आज के दिन उन पूर्वजों का श्राद्ध किया जाता है। आज के दिन उन लोगों का भी श्राद्ध किया जाता है जिन्होंने अपने जीतेजी सारे सांसारिक सुखों का त्याग कर दिया था। 

आपका दिन मंगलमय हो! 

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