ऋषि पंचमी 2014 - ऋषियों के सम्मान से मिलेगी पापों से मुक्ति!

आज, अगस्त 30, 2014, के दिन ऋषि पंचमी है। क्या आप चाहते हैं कि आप अपने पूर्वजन्म के पापों से मुक्त हो सकें ताकि आपके आने वाले जीवन में कोई कष्ट ना आए? तो आइए जानते हैं कैसे ऋषि पंचमी के शुभ अवसर पर हम अपने पापों से छुटकारा पा सकते हैं। और अधिक जानने के लिए ऋषि पंचमी पर आधारित यह लेख पढ़ें।

ऋषियों का सम्मान करें और पापों से मुक्ति पाएँ।



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ऋषि पंचमी भाद्रपद माह में शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाई जाती है। हिंदुत्व को मानने वाले लोगों के लिए ऋषि पंचमी का दिन बहुत शुभ होता है। ऋषि पंचमी के दिन ऋषियों को सम्मानित किया जाता है। सप्तऋषि ने मानव जीवन को बेहतर बनाने के लिए बहुत प्रयास किए, जिसके फलस्वरूप ऋषि पंचमी का दिन अस्तित्व में आया। सप्तऋषि सात ज्ञानी ऋषियों का समूह था जिन्होंने लोगों को अच्छाई और धर्म की राह दिखाई। ऐसा कहा जाता है कि उन्होंने अपना ज्ञान लोगों में बाँटा ताकि लोग धर्म का रास्ता अपनाएँ और प्रबुद्ध हो जाएँ। 

कहा जाता है कि ऋषि पंचमी के दिन व्रत रखने से मनुष्य के पूर्वजन्म के पाप मिट जाते हैं। 

सप्तऋषि के सात ऋषियों के नाम इस प्रकार हैं - 

  • कश्यप 
  • अत्रि 
  • भारद्वाज
  • विश्वामित्र 
  • गौतम 
  • वशिष्ठ 
  • जमदग्नि

ऋषि पंचमी 2014 - ऋषि पंचमी कथा 


उत्तंक नामक एक ब्राह्मण अपनी पत्नी के साथ रहता था। उनके साथ उनकी बेटी भी रहती थी जो विधवा थी। एक रात बहुत सारी चींटियों ने उनकी बेटी के शरीर को ढक लिया, यह देखकर उसके माता बहुत चिंतित हो गए। उन्होंने तुरंत ही एक ऋषि को बुलाया। वह ऋषि बहुत ही ज्ञानी थे और उन्होंने देखते ही इसका कारण बता दिया। ऋषि ने बताया कि यह उनकी बेटी के पिछले जन्म में किए हुए पाप के कारण हुआ है। उन्होंने बताया कि उनकी बेटी ने पिछले जन्म में रजोधर्म के दिनों में रसोईघर में प्रवेश किया था। उन ऋषि ने ब्राह्मण की बेटी को सलाह दी कि वह ऋषि पंचमी के दिन पूरे दिल से अनुष्ठान करे। जिसके फलस्वरूप उसे पाप से मुक्ति मिलेगी और उसका शरीर शुद्ध हो जाएगा। 

ऋषि के कहे अनुसार ब्राह्मण की बेटी ने ऋषि पंचमी के दिन सच्चे दिल से पूजा की और सारे संस्कार किए जिसके कारण वह अपने पिछले जन्म के पाप से मुक्त हो गई। 

ऋषि पंचमी 2014 - ऋषि पंचमी पूजा 


ऋषि पंचमी से सम्बंधित सभी संस्कार बहुत ही श्रद्धापूर्वक किए जाते हैं। आइये इन पर एक नज़र डालें: 

  • सुबह जल्दी उठकर जड़ी बूटियों से नहाएँ क्योंकि माना जाता है कि जड़ी बूटियों से शरीर स्वच्छ हो जाता है
  • अपने अंतर्मन को शुद्ध करने के लिए दही, तुलसी के पत्ते, दूध और घी का मिश्रण पियें
  • सप्तऋषि की पूजा करें और उन्हें भोजन व फूल चढ़ाएँ
  • पूरे दिन का व्रत रखें

ऋषि पंचमी 2014 के द्वारा पाइए मुक्ति अपने पूर्वजन्म के पापों से और बढ़िए एक सुखी जीवन की ओर।

आज का पर्व

आज रक्षा पंचमी है। माना जाता है कि रक्षा बंधन पर राखी ना बांध पाने वाले इस दिन राखी बाँध सकते हैं।

आज जैन संवस्तरी है। इस दिन जैन लोग भूल चूक माफ़ करने के लिए व्रत रखते हैं।

आज इंटरनेशनल डे ऑफ़ डिसअप्पियर्ड है। यह दिन उन लोगों के लिए मनाया जाता है जो बुरी स्थिति में हैं।

 आपका दिन आपका दिन मंगलमय हो!

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