आइये जानते हैं कि कैसा रहेगा शुक्र का गोचर सभी राशियों के लिए। शुक्र का प्रवेश मिथुन राशि से कर्क राशि में अगस्त ७, २०१४ को होने जा रहा है । इस लेख में ज्योतिषी ‘रेखा कल्पदेव’ शुक्र ग्रह के गोचर से हमारे जीवन में आने वाले परिवर्तनों के बारे में बताएंगी।
शुक्र ग्रह 7 अगस्त को मिथुन राशि से निकल कर चन्द्रमा की राशि कर्क में प्रवेश कर रहे हैं, कर्क राशि में पहले से ही गुरु, सूर्य और बुध विराजमान हैं। गुरु और शुक्र में वैचारिक शत्रुता है, बुध परम मित्र हैं तो सूर्य से समभाव है। भौतिक सुखों को देने वाले ग्रहों में से शुक्र सबसे प्रभावी ग्रह हैं, परन्तु गुरु के साथ युति मानसिक उन्माद पैदा करने वाली हो जाती है। चार बुद्धि और तेज कारक ग्रहों के एक साथ होने से बहुत ही अप्रत्याशित परिणाम आएंगे इस दौरान। यहाँ यह बताना आवश्यक है कि यह युति बहुत ही कम समय के लिए रहेगी, परन्तु परिणाम अचानक और अप्रत्याशित होंगे यह तय है।
यह परिणाम अलग-अलग राशियों पर भाव और दशा अनुसार अलग - अलग होगा। कुछ राशि वालों को बहुत अधिक लाभ तो कुछ को हानि की सम्भावना रहेगी विशेष कर मिथुन, धनु और कुम्भ राशि वालों के लिए।
शुक्र के कर्क राशि में गोचर के प्रभाव विस्तार से जानने के लिए आगे दिए गए लिंक पर क्लिक करें: शुक्र का कर्क राशि में गोचर (अगस्त ७, २०१४)
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